एक हजार CCTV कैमरों के फुटेज खंगलाने पर मिला चोरों का सुराग.. चोर ने माँ के पास छिपाये थे लाखों के गहनें.. ऐसे हुआ खुलासा।

एक हजार CCTV कैमरों के फुटेज खंगलाने पर मिला चोरों का सुराग.. चोर ने माँ के पास छिपाये थे लाखों के गहनें.. ऐसे हुआ खुलासा।

दुर्ग: पुलिस ने विवेकानंद नगर, कोहका में हुई लाखों की चोरी का मामला सुलझा लिया है। घटना के आठ दिन बाद पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्मृतिनगर थाने की टीम ने इस केस में सफलता हासिल की। अधिकारियों ने बताया कि एक हजार से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद चोरों का सुराग मिला।
सीसीटीवी फुटेज नेखोला राज
दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने चोरी के इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जांच में एक सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध दिखाई दिए। उनकी गाड़ी और हुलिया देखकर उन्हें पहचान लिया गया। इनमें से एक की पहचान राहुल बंसोड के रूप में हुई, जो पहले भी चोरी के मामले में पुलिस से बचने के लिए मोबाइल टावर पर चढ़ गया था।
आरोपियों के घर में छापा
Bhilai theft Case revealed : क्राइम ब्रांच की टीम ने राहुल बंसोड के घर पर छापा मारा, जहां चोरी के जेवर उसकी मां किरण बंसोड के पास छिपे हुए मिले। राहुल की निशानदेही पर उसके साथी प्रदीप चौधरी और उसकी मां को गिरफ्तार किया गया।
चोरी कैसे हुई?
एसपी शुक्ला ने बताया कि जिस मकान में चोरी हुई, उसके मालिक शादी में बाहर गए थे। इस दौरान आरोपियों ने सुनसान मकान देखकर ताले तोड़ दिए और अलमारी से सोने-चांदी के जेवर, डीएसएलआर कैमरा और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चुरा लिया। चोरी के बाद मकान मालिक को शक तब हुआ जब उनके मोबाइल पर सीसीटीवी का इनपुट आना बंद हो गया। उन्होंने अपनी नौकरानी से घर जाकर जांच करने को कहा।
पुलिस की सूझबूझ से खुला मामला
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। डॉग स्क्वाड और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की मदद ली गई। तकनीकी इनपुट और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच करते हुए पुलिस आखिरकार आरोपियों तक पहुंच गई।
एसपी ने कहा, “चोर कितना भी चालाक क्यों न हो, पुलिस के हाथों से बच नहीं सकता।” चोरी में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और चोरी का सामान बरामद किया गया है।